क्यों असली गैस आदर्श व्यवहार से विचलित करते हैं?

क्यों असली गैस आदर्श व्यवहार से विचलित करते हैं?

इसे सुनेंरोकें(1) आकर्षण- गैस के अणुओं में परस्पर कोई आकर्षण नहीं होता है। निम्न ताप एवं उच्च दाब पर गैस का आयतन कम हो जाता है। गैस के अणुओं के बीच की दूरी कम हो जाती है जिससे अन्तर अणुक आकर्षण की उपेक्षा नहीं की जा सकती।

क्या एक आदर्श गैस के रूप में व्यवहार करने के लिए तापमान और एक गैर आदर्श गैस के लिए दबाव होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श गैस और काइनेटिक सिद्धांत (ideal gas and kinetic rule in hindi) आइडियल गैस जैसी कोई चीज नहीं है, लेकिन कई गैसों का व्यवहार लगभग वैसा ही लगता है जैसे कि वे साधारण तापमान और दबाव में आइडियल थी। ये गैस मॉलिक्यूल्स से बनी होती हैं जो सीधे लाइनों में निरंतर यादृच्छिक(random) गति में होती हैं।

एक आदर्श गैस और वास्तविक गैस में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श गैस और वास्तविक गैस में अंतर वह गैस जो सभी तापों और दाबों पर गैस के नियमों और आदर्श गैस समीकरण (PV =nRT) का पालन करती है आदर्श गैस कउत्तराती है जबकि ऐसी गैसें जो सभी तापों और दाबों पर आदर्श व्यवहार नहीं दर्शाती हैं वास्तविक गैसें कउत्तराती हैं।

कौन सी गैस आदर्श गैस नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य परिस्थितियों में (जैसे मानक ताप व दाब पर) अधिकांश वास्तविक गैसें गुणात्मक रूप से आदर्श गैस की भांति ही व्यवहार करतीं हैं। नाइट्रोजन, आक्सीजन, हाइड्रोजन, अक्रिय गैसें और कुछ भारी गैसें जैसे कार्बन डाई आक्साइड आदि को कुछ त्रुटि के साथ आदर्श गैस जैसा माना जा सकता है।

आदर्श गैस की स्थापना कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श गैस समीकरण, आदर्श गैस के आयतन, दाब एवं ताप के अन्तर्सम्बन्धों को व्यक्त करने वाला समीकरण है। इसे सर्वप्रथम सन १८३४ में बेन्वायट पॉल एमाइल क्लैपिरोन (Benoît Paul Émile Clapeyron) ने प्रकाशित किया था।

आदर्श गैस ideal gas की मुख्य विशेषताएँ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविशेषताएँ-(1) स्थिर पर ताप गैस के दाब पर आयतन गुणनफल सदैव स्थिर होना चाहिये तथा स्थिर ताप PV पर P के मध्य खींचा गया ग्राफ एक क्षैतिज रेखा होनी चाहिये । (2)यदि आदर्श गैस को स्थिर दाब पर ठंडा किया जाये तो इसका आयतन घटना चाहिये और -273∘C ताप और शून्य होना चाहिये।

गैस नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकें“स्थिर ताप पर किसी गैस की निश्चित मात्रा का आयतन उसके दाब का व्युत्क्रमानुपाती होता है।” अर्थात् स्थिर ताप पर गैस का दाब बढ़ाने पर आयतन घटता है व दाब घटाने पर आयतन बढ़ता है । जहाँ K एक नियतांक है। अर्थात्, स्थिर ताप पर किसी गैस की निश्चित मात्रा के आयतन और दाब का गुणनफल हमेशा स्थिर रहता है।

वास्तविक गैस से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवे गैसों जो बॉयल, नियम चार्ल्स नियम तथा आदर्श गैस समीकरण का दृढ़ता से पालन नहीं करती, वास्तविक गैस कहलाती है । विषेषताएँ -(1) गैस के अणुओं के बीच आकर्षण बल नगण्य होता है। 2 गैस के कुल आयतन की तुलना में एक अणु के आयतन को नगण्य नहीं माना जा सकता है ।

आदर्श गैस क्या है क्या यह प्रकृति में मौजूद है?

इसे सुनेंरोकेंवास्तविक में प्रकृति में कोई भी गैस आदर्श गैस नहीं है , प्रायोगिक तौर पर सभी गैसों को उच्च ताप व निम्न दाब पर आदर्श गैस की तरह कार्य करने लगती है। आदर्श गैस के अणुओं के द्वारा पात्र की दिवार पर आरोपित बल : माना किसी पात्र में आदर्श गैस के n अणु मौजूद है। प्रत्येक अणु का द्रव्यमान m समान है।

आदर्श गैस की विशेषता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श गैस- वह गैस जो गैस नियमो का या गैस समीकरण का प्रत्येक दाब पर ताप पर दृढ़ता से पाल करती है तो उसे आदर्श गैस कहते है । विशेषताएँ-(1) स्थिर पर ताप गैस के दाब पर आयतन गुणनफल सदैव स्थिर होना चाहिये तथा स्थिर ताप PV पर P के मध्य खींचा गया ग्राफ एक क्षैतिज रेखा होनी चाहिये ।