द्विध्रुव आघूर्ण का मात्रक क्या है?

द्विध्रुव आघूर्ण का मात्रक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवास्तव में वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण उस निकाय में हुए आवेशों के ध्रुवीकरण को मापता है और इसकी इकाई कूलॉम-मीटर है।

द्विध्रुव आघूर्ण क्या है in Hindi?

इसे सुनेंरोकेंविद्युत द्विध्रुव आघूर्ण (electric dipole moment) किसी मंडल में ऋणात्मक (नेगाटिव) और धनात्मक (पोज़िटिव) विद्युत आवेशों (चार्ज) की दूरी के मापन को कहते हैं। यह उस मंडल में हुए आवेशों के ध्रुविकरण को मापता है और अन्तर्राष्ट्रीय इकाई प्रणाली में इस की इकाई कूलम्ब-मीटर (Coulomb-meter) में लिखी जाती है।

विद्युत द्विध्रुव कैसे मात्रक?

इसे सुनेंरोकेंविद्युत द्विध्रुव आघूर्ण के बारे में इसका S.I. मात्रक कूलाम × मीटर है तथा C.G.S. मात्रक स्थैत – कूलाम × सेंटीमीटर है। इसका विमीय सूत्र [M⁰L¹T¹A¹] है।

BF _( 3 )` ध्रुवीय अणु है लेकिन द्विध्रुव आघूर्ण नहीं दर्शाता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंइस अणु में द्विध्रुव आघूर्ण स्थायी नहीं होता है। दूसरे शब्दों में, ध्रुवीय अणु एक ऐसा अणु होता है जिसमें धनात्मक एवं ऋणात्मक आवेशों के केन्द्र अलग-अलग होते हैं, जब कोई बाह्य क्षेत्र नहीं होता है तब भी। ऐसे अणुओं का द्विध्रुव आघूर्ण स्थायी होता है।

विद्युत विभव का एस आई मात्रक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविभव का SI मात्रक वोल्ट’ है। अतः यदि 1 कुलाम आवेश को अन्तन से विधुतु क्षेत्र के किसी बिन्दु तक लाने में 1 जूल का कार्य करना पड़े तो उस बिन्दु का विभव 1 वोल्ट होता है।

विद्युत विभव का विमीय सूत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविभव एक अदिश राशि है। परन्तु यह बिंदु की स्थिति का फलन होता है , इसका मात्रक जुल प्रति-कुलाम अथवा वोल्ट होता है तथा इसका विमीय समीकरण [M1L2T-3A-1] होता है। यदि एक कुलाम आवेश को अनन्त से क्षेत्र के किसी बिंदु तक लाने में किया गया कार्य एक जुल हो तब उस बिन्दु पर विद्युत विभव एक वोल्ट के तुल्य होता है।

गुरुत्वीय विभव कौन सी राशि है?

इसे सुनेंरोकेंचूँकि गुरुत्व विभव का मान हमेशा ऋणात्मक होता है लेकिन एक बिंदु अर्थात अन्नत पर इसका मान शून्य हो जाता है और यह इसका अधिकतम मान होता है अन्यथा यह ऋणात्मक ही होता है। गुरूत्वीय विभव एक अदिश राशि है और इसका SI मात्रक जूल/किलोग्राम होता है इसका विमीय सूत्र अर्थात विमा [M 0L 2T -2] होती है।