Jashpur की शुरुआत कब हुई?

Jashpur की शुरुआत कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंएक सार्वजनिक समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री श्री चेनेश राम रथिया ने औपचारिक रूप से घोषणा की जशपुर जिला का निर्माण 25 मई 1998 को, श्री नारायणन शुक्ला ने इस नए गठित जिले के कलेक्टर का पदभार संभाला।

जसपुर का पुराना नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकहा जाता है कि जसपुर की स्‍थापना चन्‍द्र वशं के सुप्रसिद्ध सेनापति यशोधर सिंह अधिकारी द्वारा की गयी थी। जिसका नाम यशपुर था कालान्‍तर में अपभ्रन्‍श होकर जसपुर हो गया।

जशपुर जिले में कितने ब्लॉक हैं?

इसे सुनेंरोकेंजशपुर जिले में मंडल और तहसील यह 766 गांव छत्तीसगढ़ में जिले के 8 तहसील या 8 ब्लॉक (प्रखंड) के अंतर्गत आते है, इन तहसीलों या ब्लॉक में सबसे ज्यादा गांव बगीचा ब्लॉक में है, और सबसे कम ग्राम दुलदुला ब्लॉक में है, और जशपुर जिले में प्रमुख 5 अनुमंडल है, जिनके नाम जशपुर, कुनकुरी, बगीचा, पत्थलगांव और फरसाबहार है।

जशपुर जिला क्यों प्रसिद्ध है?

इसे सुनेंरोकेंकैलाश गुफा को राट गुफा के नाम से भी जाना जाता है | यह जशपुर जिला के अंतर्गत तहसील मुख्यालय… यह प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत ही आकर्षक झरना और समृद्ध है। कई दूर के प्राकृतिक प्रेमियों पिकनिक के लिए… जशपुर के जंगलों में स्थित दनगरी झरना बहुत खूबसूरत है।

जशपुर कितना किलोमीटर है?

इसे सुनेंरोकेंइस जिले की उत्तर-दक्षिण लंबाई लगभग 150 किमी है, और इसकी पूर्व-पश्चिम चौड़ाई लगभग 85 किमी है। इसका कुल क्षेत्रफल 6,205 वर्ग किमी है। यह 22 डिग्री 17 ‘और 23 डिग्री 15’ उत्तरी अक्षांश और 83 डिग्री 30 ‘और 84 डिग्री 24’ पूर्व रेखांश के बीच है।

छत्तीसगढ़ का राजा कौन था?

इसे सुनेंरोकेंइस वंश का संस्थापक शरभ नाम का राजा था और इसी के नाम पर इसकी राजधानी का नाम शरभपुर पड़ा। इस वंश के प्रमुख शासक नरेंद्र, प्रसन्नमात्र, जयराज, मनमात्र, दुर्गराज, सुदेवराज, प्रवरराज, प्रवरराज द्वितीय थे। छठवीं शताब्दी में शरभपुरीय शासकों के पश्चात् दक्षिण कोसल में पांडुवंश का राज्य स्थापित हुआ।

जसपुर जिला में कितना तहसील है?

इसे सुनेंरोकेंजशपुर जिले में 8 ब्लॉक या तहसीलें है, इन 8 तहसीलों के नाम इस प्रकार से है 1. बगीचा 2. दुलदुला 3.

जशपुर जिले का कलेक्टर कौन है?

इसे सुनेंरोकेंबीजापुर कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल को जशपुर का नया कलेक्टर बनाया गया है।

जशपुर और दंतेवाड़ा की ऊंचाई कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंलेकिन 300 फीट ऊंचा यह जलप्रपात कई स्टेप में गिर रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर के मकरभंजा (Makarbhanja) की ऊंचाई तीरथगढ़ से भी ज्यादा हो सकती है. दरअसल, तीरथगढ़ जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 300 फीट है. लेकिन जशपुर में हाल ही में सामने आए मकरभंजा जलप्रपात की ऊंचाई लगभग साढ़े चार सौ फीट से भी अधिक बताई जा रही है.