मुंडा का मृत्यु कब हुआ था?
इसे सुनेंरोकें9 जून, 1900 ई. को जेल में उनकी मृत्यु हो गई। शायद उन्हें विष दे दिया गया था।
बिरसा मुंडा का जन्म कब हुआ और मृत्यु कब हुआ?
बिरसा मुंडा का जीवन परिचय
नाम ( Name) | बिरसा मुंडा |
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जन्म तारीख (Date of Birth) | 15 नवंबर 1875 |
उम्र (Age) | 24 वर्ष (मृत्यु के समय ) |
जन्म स्थान (Birth Place) | उलिहातु गांव, लोहरदगा जिला , बंगाल प्रेसीडेंसी ( अब झारखंड के खूंटी जिले ) |
मृत्यु की तारीख Date of Death | 9 जून 1900 |
उलगुलान का अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअब उलगुलान का अर्थ आत्मनिर्भरता है। बिरसा ने जल जंगल जमीन पर अपना अधिकार समाज को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए भी तो मांगा था। बिरसा की सीख की वजह से ही आज हमारे समाज में ऊंच-नीच, छुआछूत, लिग भेद आदि नहीं है।
मुंडा विद्रोह का नेता कौन था?
इसे सुनेंरोकेंबिरसा मुंडा के नेतृत्व में 19वीं सदी के आखिरी दशक में किया गया मुंडा विद्रोह उन्नीसवीं सदी के सर्वाधिक महत्वपूर्ण जनजातीय आंदोलनों में से एक है। इसे उलगुलान(महान हलचल) नाम से भी जाना जाता है।
बिरसा मुंडा का क्या नारा था?
इसे सुनेंरोकेंजनजातीय इलाकों में अंग्रेजी कब्जे के खिलाफ बहुत सी क्रांतियां हुई थीं और इन बगावतों का नेतृत्व बिरसा मुंडा ने किया था. उन्हें अपने नारे ‘महारानी राज तुंदु जाना ओरो अबुआ राज एते जाना’ के लिए याद किया जाता है. यह नारा ब्रिटिश उपनिवेशवाद की वैधता पर सवाल खड़ा करता है.
बरसाने चाईबासा के मिशन स्कूल को क्यों छोड़ा?
इसे सुनेंरोकेंचाईबासा में रहकर बिरसा उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षा पाई और हिंदी और अंग्रेजी की थोड़ी बहुत जानकारी हुई। हिंदी बोल लेता किन्तु अंग्रेजी में बातचीत नहीं कर पाता था। बिरसा 1890 में चाईबासा छोड़ दिया और उसके तुरंत बाद उसने जर्मन ईसाई मिशन की सदस्यता भी छोड़ दी।
बिरसा मुण्डा के आंदोलन के क्या कारण थे?
इसे सुनेंरोकेंजब 1894 में अकाल और महामारी छोटानागपुर क्षेत्र में फैली, तब इस समय बिरसा अपने सामाजिक दायित्व का जिस तरह से निर्वाह किया, उससे ये इन पीड़ित लोगों के लिए धरती आवा (भगवान) हो गए और इसी का लाभ उठाते हुए बिरसा ने इन लोगों को शोषणकारियों के खिलाफ एकजुट किया, जो अंततः मुंडा विद्रोह के रूप में सामने आया ।
बिरसा मुंडा का पूरा नाम क्या है?
ये मुंडा जाति से सम्बन्धित थे। वर्तमान भारत में रांची और सिंहभूमि के आदिवासी बिरसा मुंडा को अब ‘बिरसा भगवान’ कहकर याद करते हैं।…
बिरसा मुंडा | |
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पूरा नाम | बिरसा मुंडा |
जन्म | 15 नवम्बर, 1875 ई. |
जन्म भूमि | राँची, झारखण्ड |
मृत्यु | 9 जून, 1900 ई. |