आषाढ़ की दूज कब है?

इसे सुनेंरोकेंपंचांग के अनुसार आषाढ़ मास का आरंभ 25 जून 2021 को हुआ था. इस मास का समापन 24 जुलाई 2021 को होगा.

आषाढ़ कब से लग गया?

इसे सुनेंरोकेंआषाढ़ का महीना आज 25 जून से प्रारंभ हो रहा है तथा माह की समाप्ति 24 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा के दिन होगी। इसमें पड़ने वाले प्रमुख त्योहार एवं व्रत के बारे में जान लेते हैं.. Ashad Mass 2021: हिंदी पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह वर्ष का चौथा महीना होता है।

आषाढ़ के बच्चे कैसे होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंज्येष्ठ मास में जन्म लेने वाले मनुष्य विदेश में रहने वाले, शुभ चित्त वाले, बड़ी आयु वाले होते हैं। आषाढ़ मास में पैदा होने वाले मनुष्य पुत्र-पौत्रादि से युक्त धर्मवान, धन नाश हो जाने के कारण पीड़‍ित, सुंदर वर्ण वाले और थोड़ा सुख भोगने वाले होते हैं। श्रावण मास में पैदा होने वाले सुख-दुख तथा हानि व लाभ में एक होते हैं।

असर का महीना कब से लग रहा है?

इसे सुनेंरोकेंइस बार पहला आषाढ़ 3 जून से 2 जुलाई तथा दूसरा आषाढ़ माह 3 जुलाई से 31 जुलाई तक रहेगा। आषाढ़ के दो महीने यानी पूरे 58 दिनों का यह माह होगा। जून माह में सिर्फ 1 से 4, 6 और 10 से 12 कुल 8 दिन ही विवाह के मुहूर्त है। 12 जून के बाद शुभ विवाह के योग नहीं हैं।

आषाढ़ की नवमी कब है 2021 October?

इसे सुनेंरोकेंहिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि अर्थात भड़ली नवमी 18 जुलाई 2021 को तड़के 02: 41 से प्रारंभ हो रही है. जबकि यह 18 जुलाई को ही देर रात 12 बजकर 28 मिनट पर समाप्त हो रही है. पंचांग के अनुसार, भड़ली नवमी के पूरे दिन रवि योग बना हुआ है, उसके बाद साध्य योग देर रात 01 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.

आषाढ़ का क्या मतलब होता है?

इसे सुनेंरोकेंहिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह से प्रारंभ होने वाले वर्ष का चौथा महीना, जो ईस्वी कलेंडर के जून या जुलाई माह में पड़ता है। इसे वर्षा ऋतु का महीना भी कहा जाता है क्यों कि इस समय भारत में काफ़ी वर्षा होती है।

आषाढ़ के महीने में इनमें से प्रायः क्या मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंआषाढ़ मास के पहले दिन खड़ाऊं, छाता, नमक और आंवले का दान किसी ब्राह्मण को किया जाता है. इसी महीने में श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा भी निकाली जाती है. इस महीने में सूर्य और देवी की भी उपासना की जाती है. इस महीने में तंत्र और शक्ति उपासना के लिए “गुप्त नवरात्रि” भी मनाई जाती है.

आषाढ़ के महीने की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दू पंचांग का चौथा महीना आषाढ़ का महीना है. यह संधि काल का महीना है, इसी महीने से वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है. इस महीने में रोगों का संक्रमण सर्वाधिक होता है.

अगहनी कब है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष का 9वां महीना अगहन (मार्गशीर्ष) कहलाता है। यह माह 1 दिसंबर 2020 से शुरू हो चुका है और 30 दिसंबर तक रहेगा। इस महीने को अग्रहायण या अगहरन का महीना के नाम से भी जाना जाता है।