एक सुदृढ़ वित्तीय योजना की प्रमुख विशेषताएं क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक श्रेष्ठ वित्तीय योजना में विशेषताएँ होती है। सरलता – व्यवसाय की वित्तीय योजना जटिल नहीं होनी चाहिए। व्यवसाय की वित्तीय योजना सरल होनी चाहिए जिससे विनियोक्ता विनियोग के लिए सहज ही आकर्षित हो सकें। बहुत अधिक प्रकार की प्रतिभाव नहीं होनी चाहिए अन्यथा व्यवसाय का पूँजी ढाँचा जटिल हो जावेगा
वित्तीय पुनर्निर्माण क्या है वित्तीय प्रतिबंधात्मक योजनाओं के प्रमुख घटक क्या हैं in Hindi?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय प्रणाली का निर्माण वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान किए गए उत्पादों और सेवाओं से हुआ है जिसमें बैंक, बीमा कंपनियां, पेंशन फंड, संगठित बाजार, और कई अन्य कंपनियां शामिल हैं जो आर्थिक लेनदेन की सुविधा प्रदान करती हैं। लगभग सभी आर्थिक लेनदेन एक या एक से अधिक वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रभावित होते हैं
विनियोग निर्णय क्या है यह किन कारकों पर निर्भर करता है व्याख्या कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंविनियोग सम्बन्धी निर्णय रोकड़ प्रवाह, जोखिम एवं तकनीकी परिवर्तन आदि से सम्बन्धित होता है। पूँजी एवं ऋण पूँजी का अनुपात ज्ञात करना होता है | स्वामी पूँजी में समता अंश पूँजी, पूर्वाधिकारी अंश पूँजी एवं प्रतिधारित आय सम्मिलित होती है। ऋण पूँजी में ऋण पत्र, ऋण एवं सार्वजनिक जमा आदि सम्मिलित हैं।
वित्तीय नियोजन क्या है in Hindi?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय नियोजन क्या है? (vittiya niyojan ka arth) वित्तीय नियोजन का आशय किसी संस्था के लिए आवश्यक पूँजी की कुल राशि का पूर्वानुमान लगाना तथा उसके स्वरूप के सम्बन्ध में निर्णय लेने कि प्रक्रिया से है
वित्तीय योजना ड्रग स्टोर में अवश्य क्या शामिल होना चाहिए?
आइए अपने लिए एक वित्तीय योजना बनाने में शामिल कदमों पर नज़र डालें:
- अपने वर्तमान वित्तीय स्थिति का पता लगाएं
- समय सीमा और बजट
- लक्ष्य निर्धारित करें- शॉर्ट टर्म, मिड टर्म और लॉन्ग टर्म
- अपने जोखिम का आकलन करें
- एसेट एलोकेशन
- उत्पाद चयन
- अपने निवेश योजना की निगरानी, समीक्षा और पुनः संतुलन
पूंजी से क्या आशा है?
इसे सुनेंरोकेंकम्पनी की अंश पूँजी, धन का वह भाग जो उसके अंशधारियों (Shareholders) द्वारा कम्पनी के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए प्रदान किया जाता है
कार्यशील पूंजी से आप क्या समझते हैं इसका महत्व स्पष्ट कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंकार्यशील पूंजी एक महत्वपूर्ण वित्त स्रोत है जिससे संगठन के दैनिक व्ययों या आवश्यकताओं के पूर्ति होती है। आधुनिक व्यवसाय जगत में कार्यशील पूंजी किसी भी संगठन में एक महत्वपूर्ण वित्त का स्रोत है जो अल्पकालीन वित्त के माध्यम से संगठन की आवश्यकता पूर्ति करती है
वित्तीय प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय प्रबंधन के उद्देश्य (vittiya prabandh ke uddeshya) वित्त के उचित प्रबंध से अधिकतम लाभ की प्राप्ति होती है। उपलब्ध साधनों का कुशल आवंटन एवं उपयोग लाभ के आधार पर किया जा सकता है। वित्तीय प्रबंधक साधनों को कम लाभदायक उपयोगों से निकाल कर अधिक लाभदायक उपयोगों मे लगाता है, जिससे कुशला बढ़ती है
वित्तीय प्रणाली क्या है वित्तीय प्रणाली की भूमिका की व्याख्या करें?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय प्रणाली के मुख्य कार्य: यह बचतकर्ताओं और निवेशकों के बीच एक लिंक स्थापित करने में मदद करता है। वित्तीय प्रणाली ‘परिसंपत्ति-देयता परिवर्तन’ की अनुमति देती है। जब वे ग्राहकों से जमा स्वीकार करते हैं, तो बैंक खुद के खिलाफ दावा करते हैं, लेकिन वे ग्राहकों को ऋण प्रदान करते समय भी संपत्ति बनाते हैं
विनियोग पर प्रत्याय दर विधि क्या है?
इसे सुनेंरोकेंप्रत्याय (Return): विनियोग का आकार (Size) इसे प्राप्त होने वाली आय पर निर्भर करता है । यहाँ पर प्रत्याय का सम्बन्ध ब्याज तथा पूंजी वृद्धि से है । बॉण्ड पर प्रत्याय ब्याज के रूप में अंशों में निवेश करने पर लाभांश तथा गृह सम्पत्ति में निवेश करने पर प्रत्याय ब्याज के रूप में प्राप्त होता है ।
विनियोग से क्या अर्थ है समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंनिवेश या विनियोग (investment) का सामान्य आशय ऐसे व्ययों से है जो उत्पादन क्षमता में वृद्धि लायें। यह तात्कालिक उपभोग व्यय या ऐसे व्ययों संबंधित नहीं है जो उत्पादन के दौरान समाप्त हो जाए। निवेश शब्द का कई मिलते जुलते अर्थों में अर्थशास्त्र, वित्त तथा व्यापार-प्रबन्धन आदि क्षेत्रों में प्रयोग किया जाता है।