भारत की केन्द्रीय सरकार की ओर से सिक्के कौन जारी करता है?

भारत की केन्द्रीय सरकार की ओर से सिक्के कौन जारी करता है?

इसे सुनेंरोकेंसिक्कों की ढलाई एसपीएमसीआईएल के स्वामित्व वाली चार टकसालों में की जाती है । ये टकसाल मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता तथा नोएडा में स्थित हैं । भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की धारा 38 के अनुसार संचलन हेतु सिक्‍के सिर्फ भारतीय रिज़र्व बैंक के माध्यम से जारी किए जाते हैं ।

सरकार कितने नोट छाप सकती है?

इसे सुनेंरोकेंक्यों कोई देश ज्यादा नोट नहीं छापता? कई लोगों को यह भ्रम है कि देश की करंसी गोल्ड रिजर्व पर निर्भर करती है। ऐसा नहीं है कोई भी देश जितना चाहे उतने नोट छाप सकता है, इससे फर्क नहीं पड़ता कि देश के पास गोल्ड रिजर्व कितना है। किसी भी अर्थव्यवस्था में सीमित नोट छापने के पीछे सबसे बड़ा कारण है महंगाई।

भारत में सिक्के निर्मित करने को कौन अधिकृत है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में सिक्के ढालने का एकमात्र अधिकार भारत सरकार को है। सिक्का निर्माण का दायित्व समय-समय पर यथासंशोधित सिक्का निर्माण अधिनियम, 1906 के अनुसार भारत सरकार का है। विभिन्न मूल्यवर्ग के सिक्कों के अभिकल्प तैयार करने और उनकी ढलाई करने का दायित्व भी भारत सरकार का है।

भारत में मुद्रा नोट कौन जारी करता है?

इसे सुनेंरोकेंदरअसल इस बात की जानकारी बहुत ही कम लोगों को होगी कि भारत में नोटों और सिक्कों को जारी करने का अधिकार भारतीय रिजर्व बैंक के पास है. एक रुपए के नोट को छोड़कर बाकी सभी नोटों और सिक्कों को जारी करने का अधिकार भारतीय रिजर्व बैंक को है, जबकि एक रुपए का नोट वित्त मंत्रालय जारी करता है.

भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंऑनलाइन ऑक्शन में इन दुर्लभ सिक्कों के बदले लाखों-करोड़ों रुपये मिल सकते हैं. कई दुर्लभ सिक्कों की कीमत तो 10 लाख से 1 करोड़ तक भी होती है. DNA की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में एक ऑनलाइन ऑक्शन में 1 रुपये के सिक्के के बदले 10 करोड़ रुपये मिले हैं. ऑनलाइन ऑक्शन में इस सिक्के को बेचने वाला शख्स मालामाल हो गया

प्रत्येक देश का कौन सा बैंक कागजी मुद्रा निर्गमन करता है?

इसे सुनेंरोकेंसिक्कों की गढ़ाई भारत सरकार द्वारा की जाती है। रिज़र्व बैंक सिक्कों के वितरण, निर्गम और संचलन के लिए सरकार का एजेंट है।

ज्यादा नोट क्यों नहीं छापती?

इसे सुनेंरोकेंसरकार एक तय सीमा से ज्यादा करेंसी इसलिए नहीं छापती क्योंकि इससे देश में महंगाई बढ़ सकती है. अगर ज्यादा नोट छपेंगे तो इससे लोगों के पास ज्यादा पैसा आ जाएगा. जब ज्यादा पैसा आएगा तो उनकी जरूरतें भी बढ़ेंगी. मान लीजिए सरकार ने खूब सारे पैसे छाप दिए और देश के हर नागरिक के पास लाखों रुपए की संपत्ति हो गई

भारत में कितनी जगह पर नोट छपते हैं?

इसे सुनेंरोकेंभारत में चार जगहों पर नासिक, देवास, मैसूर व सालबोनी (प. बंगाल) में नोट छपाई का काम किया जाता है। देवास की बैंक नोट प्रेस और नासिक की करेंसी नोट प्रेस वित्त मंत्रालय के अधीन काम करने वाली सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नेतृत्व में काम करते हैं।

सबसे प्राचीन सिक्के का नाम क्या था?

इसे सुनेंरोकेंगुप्तकालीन स्वर्ण सिक्के ‘दीनार’ कहे जाते थे। दैनिक लेन-देन में ‘कौड़ियों का प्रयोग किया जाता था। कुषाणकालीन सोने के सिक्के 124 ग्रेन के तथा गुप्तकालीन स्वर्ण सिक्के 144 ग्रेन के होते थे। सोने, चाँदी, ताँबा, पोटिन तथा काँसा द्वारा बने सर्वाधिक सिक्के मौर्योत्तर काल में जारी किये गये।

स्वतंत्र भारत में पहला करेंसी नोट कौन सा छप गया?

इसे सुनेंरोकेंइसप्रकार स्वतंत्र भारत में मुद्रित पहला बैंक नोट 1 रुपये का नोट था। वर्ष 1969 में भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 और 10 रुपयों के नोट पर महात्मा गांधी जन्मशती स्मारक डिजाइन वाली श्रृंखला जारी की थी

₹ 2 के नोट पर किसका हस्ताक्षर होता है?

इसे सुनेंरोकेंदो रुपये के नोट पर आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं.

₹ 100 के नोट पर किसका हस्ताक्षर होता है?

इसे सुनेंरोकेंमहात्मा गांधी श्रृंखला का ₹ 100 बैंकनोट 157 × 73 मिमी नीला-हरा रंग है, जिसमें महात्मा गांधी के चित्र के साथ भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर हैं।