कैंसर का लास्ट स्टेज क्या है?

कैंसर का लास्ट स्टेज क्या है?

इसे सुनेंरोकेंस्टेज ग्रुप इसमें यह आता है कि कैंसर पहली स्टेज से बड़ा है, लेकिन फैलाव नहीं हुआ. 3. स्टेज तीन में कैंसर के आस-पास के ऊतकों में फैल जाने की बात सामने आती है

चिकनगुनिया कितने दिन तक रहता है?

इसे सुनेंरोकेंचिकनगुनिया के लक्षण क्या होते हैं? बुखार: चिकनगुन्या में तीन दिन से लेकर एक सप्ताह के लिए 102 से 105° F तक बुखार रहता है। गठिया (जोड़ों का दर्द): चिकनगुन्या के साथ आप हाथ, कलाई, टखनों, और बड़े जोड़ों में गठिया अनुभव करेंगे । दर्द आम तौर पर सुबह में ज़्यादा रहता है, लेकिन हल्के व्यायाम के साथ कम हो जाता है ।

चिकनगुनिया बीमारी में क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंचिकनगुनिया, वायरल इन्फैक्शन के कारण, मानसून के मौसम के दौरान आम तौर पर होने वाली कुछ बीमारियों में से एक है। यह बीमारी मनुष्यों में, चिकनगुनिया वायरस ले जाने वाले मच्छरों के काटने के कारण होती है! ऐडीस इजिप्ती और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर वे हैं जो चिकनगुनिया का वायरस लेकर आते हैं।

बोन मैरो ट्रांसप्लांट का खर्च कितना आता है?

इसे सुनेंरोकेंजबकि एनालोगस में मरीज के भाई, बहन या फिर खून का रिश्ता रखने वाले से स्टेम सेल निकाल कर मरीज में डाला जाता है। एनालोगस बोनमैरो ट्रांसप्लांट प्राइवेट अस्पताल में करीब 25 से 30 लाख रुपए खर्च होता है। जबकि संस्थान में एनालोगस बोनमैरो ट्रांसप्लांट का खर्च भी छह से आठ लाख रुपए होगा।

सारे कैंसर में से सबसे खतरनाक कैंसर कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंपूरी दुनिया में लंग कैंसर (फेफड़ों का कैंसर) के कारण मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है. साल 2007 में करीब 88,000 की मौत इसी भयंकर रोग के कारण हुई थी. लंग कैंसर होने की वजह से इंसान को सांस लेने में बड़ी तकलीफ होने लगती है.

कैंसर का चौथा स्टेज क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंजब कैंसर सेल्स एक स्थान से फैलकर किसी अन्य अंग में भी फैल जाते हैं तो इस स्थिति को बीमारी की चौथी स्टेज माना जाता है। मेडिकल भाषा में इसे मैटास्टैसिस कहते हैं। ब्रेस्ट कैंसर व एक्यूट ल्यूकीमिया आदि में इसका प्रयोग होता है। इसमें मरीज की स्थिति के मुताबिक समय-समय पर कुछ थैरेपी देने से ही बीमारी नियंत्रित हो जाती है

चिकनगुनिया होने पर क्या खाना चाहिए?

Chikungunya Prevention: चिकनगुनिया से बचने के लिए अपने खाने में ये 5 चीज़ें जरूर शामिल करें

  1. विटामिन-सी और विटामिन-ई से भरपूर खाद्य पदार्थ
  2. सेब और कच्चा केला
  3. पत्ते वाली सब्जियां चिकनगुनिया को रोकने के लिए पत्तेदार सब्जियां सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक हैं।
  4. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स
  5. तरल खाद्य पदार्थ

चिकनगुनिया के लिए घरेलू उपाय क्या है?

चिकनगुनिया हो सकता है जानलेवा, ये 5 घरेलू उपाय हैं कारगर

  1. नारियल पानी चिकनगुनिया में नारियल पानी पीने से काफी फायदा होता है।
  2. पपीता का पता चिकनगुनिया होने पर पपीते के पत्ते के रस को पानी में मिला कर पीना चाहिए।
  3. तुलसी
  4. लहसुन का पेस्ट
  5. हल्दी मिला दूध

चिकनगुनिया कैसे ठीक होता है?

इसे सुनेंरोकेंचिकनगुनिया का इलाज करने के लिए शहद का प्रयोग किया जा सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। वहीं नीम्बू बुखार से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। एक चम्मच शहद व आधे नीम्बू को एक गिलास पानी में मिलाकर इसका सेवन करें

बोन मेरो कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंबोन मेरो एक विशेष,स्पंज की तरह,मोटा ऊतक है जिसमें ब्लड स्टेम सेल्स रहती हैं। ये स्टेम सेल कुछ बड़ी हड्डियों के भीतर रहती हैं और अपने आपको श्वेत और लाल रक्त कणिकाओं और प्लेटलेटस में बदलती रहती हैं, इस प्रकार हमारे शरीर में रक्त कोषिकाओं के निर्माण की गंभीर जवाबदारी बोन मेरो की है।

बोन मेरो टेस्ट क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंसफेद रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा की प्रणाली और संक्रमण से लड़ने में हमारी मदद करता हैं। जबकि लाल रक्त कोशिकाएं हमारे पूरे शरीर को ऑक्सीजन प्रदान करती है। कालाजार बिमारी की जांच के लिए इसी बोन मैरो को शरीर के किसी हिस्से से लिया जाता है। इस जांच से बीमारी होने व नहीं होने की सटिक जानकारी मिलती है

कैंसर में कौन सा फल खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंऐसे फलों का सेवन करें जो खाने में आसान, ताजा और उच्च पानी की मात्रा वाले होते हैं, इनमें जामुन, खरबूजा, केला, अनानास, नाशपाती आदि शामिल हैं। ब्लूबेरी में कई फाइटोकेमिकल्स और पोषक तत्व होते हैं, जो कैंसर विरोधी प्रभाव, एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि और डीएनए को नुकसान से बचाने की क्षमता दिखाते हैं।