कुल राष्ट्रीय उत्पाद क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP, अर्थात् एक निश्चित समय अवधि के दौरान किसी देश या अन्य राजव्यवस्था के उत्पादन के कारकों द्वारा उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल बाजार मूल्य) में से मूल्यह्रास को घटाने पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (Net national product(NNP)) प्राप्त होता है। यह GNP के आंकड़ों से उत्पन्न किया जाता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंआजादी के बाद से भारत की अर्थव्यवस्था एक ‘मिश्रित अर्थव्यवस्था’ रही है। भारतीय अर्थव्यवस्था, मूल रूप से सेवा क्षेत्र (वर्तमान में सकल घरेलू उत्पाद का 60% हिस्सा प्रदान करता है) के योगदान और कृषि (जनसंख्या के लगभग 53% लोग) पर निर्भर है । ..
मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी देश की सीमा में एक निर्धारित समय के भीतर तैयार सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक या बाजार मूल्य को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) कहते हैं. यह किसी देश के घरेलू उत्पादन का व्यापक मापन होता है और इससे किसी देश की अर्थव्यवस्था की सेहत पता चलती है
राष्ट्रीय आय की परिभाषा दें इसकी गणना की प्रमुख विधि कौन कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंआय विधि — आय विधि के अन्तर्गत राष्ट्रीय आय की गणना करते समय किसी दिये गये वर्ष में मजदूरी एवं वेतन लगान एवं किराया ब्याज, लाभ, लाभांश एवं रायल्टी के समग्र योग को ज्ञात कर लिया जाता है। जिसमें समग्र योग आय को सकल राष्ट्रीय आय (GNI) कहते हैं।
राष्ट्रीय आय को मापने की कितनी विधियां है?
इसे सुनेंरोकेंदूसरे शब्दों में राष्ट्रीय आय तीन प्रकार से मापी जा सकती है जब यह उत्पन्न होती है उत्पादन विधि, जब यह बाटी जाती है आय वितरण विधि और जब यह उपभोग ओर निवेश पर व्यय की जाती है अंतिम व्यय निधि कहते है
व्यय विधि का दूसरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रणाली को अन्तिम व्यय विघि या उपभोग विनियोग विधि भी कहते हैं क्योंकि इस विधि के अनुसर अन्तिम उपभोग और विनियोग व्यय को जोड़ कर राष्ट्रीय आय की गणना की जाती है। अतः स्पष्ट है कि व्यय विधि वह विधि है जिसके द्वारा एक लेखा वर्ष में बाजार मूल्य पर सकल घरेलु उत्पाद पर किये गये अन्तिम व्यय को मापा जाता है।
अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअर्थव्यवस्था अर्थशास्त्र का एक व्यवहारिक पक्ष है। विभिन्न प्रकार के अर्थव्यवस्था को मुख्य रूप से तीन आधार पर वर्गीकरण किया जाता है। अधिकतम लाभ कमाना होता है। यह ऐडम स्मिथ द्वारा दिए गए अहस्तक्षेप के सिद्धांत पर कार्य करती है जिसमें बाजार पर सरकार का नियंत्रण न्यूनतम होता है।
दो छेत्रिय अर्थव्यवस्था क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआय के चक्रीय प्रवाह का द्विक्षेत्रीय माॅडल – आय के चक्रीय प्रवाह का दो क्षेत्रीय माॅडल में अर्थव्यवस्था में केवल दो क्षेत्रों परिवार तथा र्फाम के बीच होने वाले चक्रीय प्रवाहों या मौद्रिक प्रभाव का अध्ययन किया जाता है। इसमें केवल दो क्षेत्र होते है। इसका प्रयोग एक बंद अर्थव्यवस्था में होता है।