कर्म का फल कब मिलता है?
इसे सुनेंरोकेंयदि अच्छे कर्म ज्यादा हैं तो बुरे कर्मों का फल इसी जन्म में तथा अच्छे का फल अगले जन्म में या इसी जन्म के बाद के दिनों में भोगने को मिलता है। यदि बुरे कर्म ज्यादा हैं तो अच्छे कर्मों का फल इसी जन्म में तथा बुरे का फल अगले जन्म में या इसी जन्म के बाद के दिनों में भोगने को मिलता है।
कर्म कितने प्रकार के होते हैं?
छह प्रकार के कर्म हर कोई करता है परंतु कैसे होते हैं संचित कर्म
- नित्य कर्म (दैनिक कार्य)।
- नैमित्य कर्म (नियमशील कार्य)।
- काम्य कर्म (किसी मकसद से किया हुआ कार्य)।
- निश्काम्य कर्म (बिना किसी स्वार्थ के किया हुआ कार्य)।
- संचित कर्म (प्रारब्ध से सहेजे हुए कर्म)।
- निषिद्ध कर्म (नहीं करने योग्य कर्म)।
गीता के अनुसार कर्म क्या है?
इसे सुनेंरोकेंगीता के अनुसार जो कर्म निष्काम भाव से ईश्वर के लिए जाते हैं वे बंधन नहीं उत्पन्न करते। इस प्रकार कर्मफल तथा आसक्ति से रहित होकर ईश्वर के लिए कर्म करना वास्तविक रूप से कर्मयोग है और इसका अनुसरण करने से मनुष्य को अभ्युदय तथा नि:श्रेयस की प्राप्ति होती है।
श्रेष्ठ कर्म क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभले ही वह स्वार्थ पूर्ति के लिए हो या समाज के हित के लिए, लेकिन कृष्ण भाव में रहकर किया गया कर्म ही श्रेष्ठ कर्म होता है। इसका यह भी तात्पर्य है कि कर्म बिना किसी फल की कामना द्वारा होना चहिए। कृष्ण भाव में रह कर कार्य करना प्रत्येक मनुष्य का धर्म एवं कर्तव्य होता है। यही श्रेष्ठ कर्म योग है
भय का फल मनुष्य के जीवन में कब तक रहता?
इसे सुनेंरोकेंखेल-खेल में कायर बनाए जाने वाले बच्चे जीवन के अंतिम समय तक डरपोक बने रहते हैं। मनोविज्ञान भय को एक मनोविकार मानता है। जब मनुष्य मन से भयभीत होता है तो उसके मस्तिष्क की ग्रंथियां सक्रिय होकर स्नाव प्रवाहित करने लगती है। इस कारण उसकी मानसिक दृढ़ता कमजोर हो जाती है।
अच्छे कर्मों का फल क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंकर्म के आगे किसी का जोर तथा रिश्वत भी नहीं चलती। अच्छे कर्म करता है तो अच्छा फल मिल जाता है, बुरे कर्म करता है तो बुरा फल मिल जाता है। पक्का हुआ आम कभी कड़वा नहीं हो सकता वो सदैव मीठा ही रहता है। इसी प्रकार से अच्छे कर्म का फल हमेशा सुखदायी होता है।
कर्म कौन कौन से होते हैं?
अच्छे कर्म कौन कौन से होते है।
- माँ बाप का सम्मान करना अच्छे कर्म होते है।
- किसी बड़े और लाचार इंसान की मदद करना अच्छे कर्म होते है।
- किसी पशु पक्षी को खाना खिलाना अच्छे कर्म होते है।
- किसी गरीब को घर बनवाकर देना अच्छे कर्म होते है।
- किसी चिड़िया के लिए घोसला बनवाकर देना अच्छे कर्म होते है।