निगमीय लेखांकन क्या है?

निगमीय लेखांकन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनिगमीय लेखांकन अथवा कार्पोरेट एकांउटिंग, लेखांकन की एक विशेष शाखा है जो कंपनियों के लेखांकन, उनके अंतिम खातों की तैयारी और नकदी प्रवाह विवरण, कंपनियों के वित्तीय परिणामों के विश्लेषण और व्याख्या और समामेलन, अवशोषण, समेकित बैलेंस शीट की तैयारी जैसी विशिष्ट घटनाओं के लिए लेखांकन से संबंधित है.

आर्थिक लेखा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवर्ष 1966 में अमेरिकन एकाउटिंग एसोसिएशन (AAA) ने लेखांकन को इस प्रकार परिभाषित किया – “लेखांकन आर्थिक सूचनाओं को पहचानने, मापने और संप्रेषित करने की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके आधार पर सूचनाओं के उपयोगकर्ता तर्कयुक्त निर्णय लेने में सक्षम होते हैं।

आर्थिक लेखा रखने की क्या आवश्यकता है?

इसे सुनेंरोकेंवित्तीय लेखांकन का मुख्य उद्देश्य वित्तीय सूचनाओं को पहचानना, मापना, लिखना, संवहन करना और साथ ही व्यापारिक सौदों को लेखा पुस्तकों में इस प्रकार से दर्ज करना जिससे कि एक निश्चित अवधि के लिए व्यवसाय के संचालनात्मक परिणाम ज्ञात किये जा सकें तथा एक निश्चित तिथि को आर्थिक स्थिति का पता लगाना है।

लेखांकन प्रणाली कितने प्रकार की होती है?

लेखांकन की अन्य प्रकार तथा शाखाएं

  • मानव संसाधन लेखांकन (HRA)
  • कर लेखांकन (Tax accounting)
  • सरकारी लेखांकन (Government accounting)
  • सामाजिक लेखांकन (Social accounting)

लेखांकन कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंलेखांकन के प्रकार (Accounting types); वित्तीय साहित्य लेखांकन को दो व्यापक श्रेणियों में वर्गीकृत करता है, अर्थात वित्तीय लेखा और प्रबंधन लेखांकन। वित्तीय लेखांकन मुख्य रूप से वित्तीय विवरणों की तैयारी से संबंधित है जबकि प्रबंधन लेखांकन में वित्तीय विवरणों की व्याख्या, लागत लेखांकन इत्यादि जैसे क्षेत्र शामिल हैं।

लेखांकन के कार्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलेखा वर्क – लेखांकन का यह आधारभूत कार्य होता है। इस कार्य के अंतर्गत व्यवसाय के प्रारंभिक बहियों (Book) में तिथिवार, क्रमबद्ध तरीके से,उनको सही खाते में वर्गीकरण करना,एवं उनसे खाते तैयार करना शामिल होता है। इसमें तलपट का कार्य भी सम्मिलित होता है जिसके आधार पर अंतिम खाता बनाया जाता है ।

सामाजिक लेखांकन से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी राष्ट्र की आर्थिक क्रियाओं को उचित ढंग से क्रमबद्ध करना ही सामाजिक लेखांकन (Social Accounting ) कहलाता है। ये क्रियाएँ विभिन्न कार्य संबंधी वर्गों में बाँटी जाती हैं।

उपरिव्यय का वर्गीकरण कैसे किया जाता है?

उपरिव्यय के प्रकार (Types of Overhead)

  1. अप्रत्यक्ष माल (Indirect materials.
  2. अनुपात्क मजदूरी, समय लिपिक का वेतन, दरवान का वेतन, चौकीदार व स्टोर्स लिपिक का वेतन (Indirect or unproductive labour.
  3. Gas, steam, fuel, coal water.
  4. किराया दर, कर एवं बीमा (Rent.
  5. कारखाना में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन (Works manager’s salary)

उपरिव्यय क्या है इसका वर्गीकरण कैसे किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य अर्थ में, अप्रत्यक्ष व्यय और उपरिव्यय को एक-दूसरे का पर्यायवाची माना जाता है। लेकिन अप्रत्यक्ष व्यय तो वास्तविक होते हैं व इनका लेखा वित्तीय पुस्तकों में किया जाता है. जबकि लागत पुस्तकों में अप्रत्यक्ष व्ययों का लेखा किया जाता है । अतः अनुमानित अप्रत्यक्ष व्ययों को ही उपरिव्यय या अधिव्यय कहा जाता है।

लेखांकन से आप क्या समझते हैं इसकी विशेषताएं बताइए?

इसे सुनेंरोकेंलेखांकन की विशेषताएँ क्या हैं? लेखांकन व्यवसायिक सौदों के लिखने और वर्गीकृत करने की कला है । विश्लेषण एवं निर्वचन की सूचना उन व्यक्तियों को सम्प्रेषित की जानी चाहिए जिन्हें इनके आधार पर निष्कर्ष या परिणाम निकालने हैं या निर्णय लेने हैं। यह सारांश लिखने, विश्लेषण और निर्वचन करने की कला है।

लेखांकन क्या है लेखांकन की विभिन्न शाखाओं की व्याख्या करें?

इसे सुनेंरोकेंवित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)-वित्तीय लेखांकन वह लेखांकन होता है जिसके अंतर्गत वित्तीय प्रकृति वाले सौदों ( लेन-देन) का लेखा किया जाता है। इन लेखों के आधार पर ही लाभ-हानि खाता (P&L A/C), आय विवरण खाता तथा तुलन पत्र (Balance Sheet) को तैयार किया जाता है। 1. संस्था से संबंधित लेनदेन को उपर्युक्त बही में लिखना।

एक आदर्श लागत लेखांकन प्रणाली की विशेषता क्या है विवेचना कीजिए?

इसे सुनेंरोकें1. सरलता- एक आदर्श लेखा प्रणाली की एक उत्कृष्ट विशेषता यह है कि यह सरल हो तथा बिना किसी कठिनाई के आसानी के सभी सामान्य व्यक्तियों की समझ में आ सके। लागत प्रणाली में लागत व्ययों का वर्गीकरण एवं विश्लेषण सरल होना चाहिए ताकि उत्पादित वस्तु की वास्तविक लागत आसानी के साथ ज्ञात की जा सके।

लेखांकन के कितने प्रकार हैं?

वित्तीय लेखांकन से आप क्या समझते हैं इसकी चार सीमाएँ स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंव्यवसायों के विस्तृत विकास, संचालन पर नियंत्रण की आवश्यकता और सामरिक निर्णयों को लेने की आवश्यकता के परिणामस्वरूप, लेखांकन के निम्न प्रकार विकसित हुए है : 1.8.1 वित्तीय लेखांकन लेखांकन का यह प्रकार मुख्यतः वित्तीय लेन देनो एवं घटनाओ के निर्धारण, लेखन, मापन एंव वर्गीकरण से संबधित है इसमें मुख्यतः लाभ-हानि, आय-व्यय खातों …

लेखांकन से आप क्या समझते हैं इसके उद्देश्य तथा महत्व का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: वित्तीय लेखांकन से आप क्या समझते हैं इसके उद्देश्य तथा महत्व का वर्णन कीजिए? वित्तीय लेखांकन वह प्रणाली है। जो प्रदर्शन, किसी इकाई वित्तीय स्थिति में परिवर्तन के बारे में जानकारी, वित्तीय स्थिति, प्रक्रिया और रिपोर्ट को एकत्रित करती हैं। वित्तीय लेखक बाहरी उपयोगकर्ताओं को जानकारी प्राप्त करने के संबंध में है।

लागत लेखांकन के मुख्य उद्देश्य और विशेषताएं क्या हैं?

इसे सुनेंरोकेंलागत लेखांकन के 7 मुख्य उद्देश्य: लागत का पता लगाना, बिक्री मूल्य निर्धारित करना, क्षमता को मापना और बढ़ाना, लागत नियंत्रण और लागत में कमी, लागत प्रबंधन, लाभ का पता लगाना और प्रबंधकीय निर्णय लेने के लिए आधार प्रदान करना लागत लेखांकन कई उद्देश्यों को पूरा करता है।

शाखाएं कितने प्रकार की होती हैं उनमें लेखा करने के क्या नियम है?

इसे सुनेंरोकेंलेखांकन की प्रसिद्ध शाखाओं या प्रकारों में शामिल हैं: वित्तीय लेखांकन, प्रबंधकीय लेखांकन, लागत लेखांकन, लेखा परीक्षा, कराधान, एआईएस, प्रत्ययी और फोरेंसिक लेखा।

लेखा कितने प्रकार के होते हैं?

10.1 नकद लेन-देन (रोकड़) प्रणाली

  • 10.2 इकहरा लेखा प्रणाली
  • 10.3 दोहरा लेखा प्रणाली
  • 10.4 भारतीय बहीखाता प्रणाली
  • उपरिव्यय के वर्गीकरण के आधार क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंउपरिव्ययों का वर्गीकरण (I) कार्यों के अनुसार वर्गीकरण । (II) तत्वों के अनुसार वर्गीकरण । (III) व्ययों के आचरण के अनुसार वर्गीकरण अथवा परिवर्तनशीलतानुसार वर्गीकरण । (IV) नियन्त्रण के अनुसार वर्गीकरण ।

    उपरिव्यय क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंउपरिव्यय का अर्थ (Meaning of Overhead)- उपरिव्यय का आशय अप्रत्यक्ष सामग्री अप्रत्यक्ष श्रम तथा अप्रत्यक्ष व्ययों के जोड़ से है। वास्तव में इनका सम्बन्ध किसी विशेष उत्पादन या कार्य में न होकर समस्त उत्पादन लागत में अनेक कार्यों से होता है।