आर्टिकल 15 का मतलब क्या है?

आर्टिकल 15 का मतलब क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान में सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के मौलिक अधिकार दिए गए हैं। आर्टिकल 15 (1) के मुताबिक राज्य किसी भी नागरिक के साथ जाति, धर्म, लिंग, जन्म स्थान और वंश के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता

आर्टिकल 19 1 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअनुच्छेद 19 (1) (a): बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रत्येक नागरिक को भाषण द्वारा लेखन, मुद्रण, चित्र या किसी अन्य तरीके से स्वतंत्र रूप से किसी के विचारों और विश्वासों को व्यक्त करने का अधिकार प्रदान करती है।

भारतीय संविधान में कौन कौन से मौलिक अधिकार है?

मौलिक अधिकार: भारत का संविधान छह मौलिक अधिकार प्रदान करता है:

  • समता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18)
  • स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19-22)
  • शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23-24)
  • धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25-28)
  • संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार (अनुच्छेद 29-30)
  • संवैधानिक उपचारों का अधिकार (अनुच्छेद 32)

अनुच्छेद 15 5 में क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअनुच्छेद 15(5): यह 93वें संविधान संशोधन से 2005 में जोड़ा गया। अनुच्छेद 15 सिर्फ सरकारी या सरकार फंडित संस्था पर भेदभाव के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता था, इस कमी को दूर करने के लिए प्राइवेट शैक्षिक संस्था में भी SC,ST आरक्षणित सीट का प्रावधान किया

संविधान का कौन सा अनुच्छेद बालकों हेतु विशेष उपबंध करता है?

इसे सुनेंरोकेंभारत के संविधान में संबंधित अनुच्छेद अनुच्छेद 14,15, 15,(3), 19(1)(ए), 21, 21 (ए), 23 (1), 24, 39(इ), 39 (एफ), और 45 में राष्ट्र के बच्चों के कल्याण और विकास से सीधा और प्रभाव है।

भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 में हिंदू शब्द में कौन शामिल नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 के प्रयोजनों के लिए ‘हिंदू’ शब्द के अंतर्गत बौद्ध, जैन एवं सिख शामिल हैं जबकि पारसी इसमें सम्मिलित नहीं है।

आर्टिकल 19 में कितने प्रकार की स्वतंत्रता है?

इसे सुनेंरोकेंइसकी 19, 20, 21 तथा 22 क्रमांक की धाराएँ नागरिकों को बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित ६ प्रकार की स्वतंत्रता प्रदान करतीं हैं। भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भारतीय संविधान में धारा १९ द्वारा सम्मिलित छह स्वतंत्रता के अधिकारों में से एक है।

संविधान के भाग 19 में क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य परिस्थितियों में केंद्र और राज्यों में विधान शक्ति के विभाजन को कठोरता से कायम रखना आवश्यक है और कोई भी सरकार किसी दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं कर सकती किंतु कुछ विशेष परिस्थितियों में उक्त शक्ति का वितरण या तो निलंबित कर दिया जाता है यह केंद्र को राज्य सूची के विषयों पर विधि बनाने की शक्ति प्राप्त हो ..

अनुच्छेद 15 6 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसंविधान का अनुच्छेद 15 (6) राज्य को खंड (4) और खंड (5) में उल्लेखित लोगों को छोड़कर देश के सभी आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों के लोगों की उन्नति के लिये विशेष प्रावधान बनाने और शिक्षण संस्थानों (अनुदानित तथा गैर-अनुदानित) में उनके प्रवेश हेतु एक विशेष प्रावधान बनाने का अधिकार देता है, हालाँकि इसमें संविधान के अनुच्छेद 30 ..

अनुच्छेद 15 और 16 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी भी भारतीय नागरिक का बहुमूल्य लोकतंत्रीय अधिकार कानून के समक्ष समान होता है। इसे संविधान के अनुच्छेद 15-16 तथा 29 में विशेष रूप से स्पष्ट किया गया है। ये अनुच्छेद धर्म, वर्ण, जाति, लिंग अथवा जन्म-स्थान के आधार पर किसी नागरिक के साथ भेदभाव करने पर रोक लगाते हैं।